बच्चों की मौज-मस्ती शुरू! स्कूलों में 12 दिन की लगातार छुट्टियां — अभिभावकों के लिए खुशखबरी

त्योहारों का मौसम हो या मौसम का बदलाव, बच्चों को स्कूल से छुट्टियाँ मिलना किसी जश्न से कम नहीं होता। इस बार बच्चों की मौज-मस्ती दोगुनी होने वाली है क्योंकि स्कूलों में लगातार 12 दिन की छुट्टियाँ घोषित कर दी गई हैं। ये खबर आते ही बच्चों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है और अभिभावकों को भी अपने बच्चों के साथ समय बिताने का सुनहरा मौका मिलेगा। आमतौर पर गर्मी या सर्दी की छुट्टियाँ एक लंबे अंतराल में आती हैं, लेकिन यह 12 दिनों की लगातार छुट्टी का मौका त्योहारों और वीकेंड्स के मेल से बना है। बच्चों को पढ़ाई से थोड़ा ब्रेक मिलेगा और वे अपनी रुचियों को समय दे पाएंगे। वहीं, माता-पिता भी अपने बच्चों के साथ ट्रिप प्लान करने या पारिवारिक समारोहों में भाग लेने की योजना बना सकते हैं। यह छुट्टी न सिर्फ मनोरंजन का जरिया बनेगी बल्कि परिवार के आपसी संबंधों को भी और मजबूत करेगी।

12 Days School Holidays
12 Days School Holidays

12 दिन की छुट्टियाँ कैसे बनीं संभव?

इस बार 12 दिन की लगातार छुट्टी का कारण सिर्फ कोई एक त्योहार नहीं है, बल्कि इसमें कई छुट्टियाँ एक साथ पड़ने से यह लंबा गैप बना है। जैसे कि दशहरा, दीपावली, भाई दूज जैसे प्रमुख त्योहार एक ही पखवाड़े में आ रहे हैं। साथ ही सप्ताहांत यानी शनिवार और रविवार भी बीच में आ रहे हैं। कुछ राज्यों में स्कूलों ने पहले से ही छुट्टियों का कैलेंडर अपडेट कर दिया है, जिससे लगातार 12 दिन की छुट्टी मिल रही है। इसके अलावा कुछ जगहों पर स्थानीय पर्व और सरकारी छुट्टियाँ भी शामिल हो गई हैं। इस अद्भुत संयोग ने बच्चों को पढ़ाई के तनाव से राहत दी है और अभिभावकों को भी अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का अवसर मिला है। इससे न केवल बच्चों की मानसिक स्थिति बेहतर होगी बल्कि पारिवारिक रिश्ते भी प्रगाढ़ होंगे।

अभिभावकों को क्या-क्या करना चाहिए इस दौरान?

12 दिन की छुट्टियाँ सिर्फ मौज-मस्ती तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह समय बच्चों के समग्र विकास के लिए भी उपयोगी हो सकता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों के लिए एक संतुलित दिनचर्या बनाएं जिसमें खेल, पढ़ाई, मनोरंजन और रचनात्मक गतिविधियों का संतुलन बना रहे। बच्चों को पेंटिंग, गार्डनिंग, म्यूजिक या डांस जैसी हॉबी में शामिल कराना अच्छा रहेगा। यदि संभव हो तो पास के किसी ऐतिहासिक या प्राकृतिक स्थान की यात्रा भी प्लान की जा सकती है, जिससे बच्चों को नई जानकारी और अनुभव मिलेगा। साथ ही यह भी जरूरी है कि बच्चों को डिजिटल गैजेट्स से थोड़ी दूरी पर रखा जाए और उन्हें असली दुनिया के अनुभवों से जोड़ा जाए। अभिभावकों के लिए यह छुट्टियाँ एक मौका हैं कि वे अपने बच्चों के साथ खुलकर संवाद करें और उन्हें भावनात्मक समर्थन दें।

स्कूलों की छुट्टियाँ कब से कब तक रहेंगी?

अधिकांश स्कूलों में छुट्टियाँ 18 अक्टूबर से शुरू होकर 29 अक्टूबर तक रहेंगी, हालांकि राज्यों और बोर्ड्स के अनुसार इसमें थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है। कुछ जगहों पर यह छुट्टियाँ 16 अक्टूबर से शुरू हो रही हैं और दीपावली के बाद तक चलेंगी। स्कूलों ने अपने वेबसाइट्स या नोटिस बोर्ड्स के जरिए पहले से ही यह जानकारी साझा कर दी है। अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे स्कूल की ऑफिशियल सूचना पर ध्यान दें और उसी के अनुसार अपनी योजनाएँ बनाएं। इस दौरान किसी भी अकादमिक गतिविधि या प्रोजेक्ट वर्क की जानकारी पहले ही कंफर्म कर लें ताकि छुट्टियों के बाद बच्चों को अचानक दबाव का सामना न करना पड़े।

बच्चों के लिए यह समय क्यों है खास?

बच्चों के मानसिक विकास और उनकी ऊर्जा को रिचार्ज करने के लिए यह छुट्टियाँ बहुत उपयोगी सिद्ध होंगी। हर दिन स्कूल जाने और होमवर्क के दबाव से बाहर आकर बच्चे अपने मनपसंद खेलों, क्रिएटिव गतिविधियों और पारिवारिक समय का आनंद ले पाएंगे। यह समय बच्चों को सीखने के नए तरीके देगा — जैसे कहानी सुनना, घर के कामों में मदद करना, पुराने रिश्तेदारों से मिलना आदि। इन अनुभवों से बच्चों में संवेदनशीलता, आत्मनिर्भरता और व्यवहारिक ज्ञान का विकास होता है। इसके अलावा, त्योहारों का वातावरण बच्चों को हमारी परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने का सुनहरा मौका होता है, जो उनके व्यक्तित्व को और निखारता है।

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