Basic Pay Increase – बेसिक-पे ₹1,51,100 से बढ़कर ₹2,90,112 होने का सीधा मतलब है कि आपकी आय-संरचना में बड़ा बदलाव आएगा और इसके साथ टैक्स देनदारी व टेक-होम सैलरी दोनों प्रभावित होंगी। इस उदाहरण में मान लेते हैं कि यह वृद्धि 7th/8th पे-मैट्रिक्स के समायोजन और वार्षिक इन्क्रीमेंट को जोड़कर बनी है। बेसिक बढ़ने से HRA, NPS, ग्रेच्युटी बेस और अन्य भत्तों की गणना भी ऊपर के बेस पर होगी, जिससे ग्रॉस पे हाई होगा। दूसरी तरफ, इनकम टैक्स में अनुमानित कटौती ₹75,012 बताई गई है, जो कि नई टैक्स रेजीम के आधार पर, मानक कटौती और NPS/सेक्शन 80C जैसी सीमित कटौतियों को मानते हुए निकल सकती है। ध्यान दें, आपके शहर, HRA-एलीजेबिलिटी, ट्रैवल/मेस/स्पेशल अलाउंस और NPS योगदान के अनुपात के अनुसार नेट-इन-हैंड अलग होगा। इसलिए नीचे दिया गया कैलकुलेशन एक मॉडल है: आप अपने वास्तविक स्लैब, सर्टिफाइड पेरोल शीट और फॉर्म-16/26AS के साथ इसे मिलाकर देखें ताकि आपकी व्यक्तिगत स्थिति के लिए सटीक परिणाम निकल सकें।

बेसिक, भत्ते और ग्रॉस सैलरी कैलकुलेशन (उदाहरण)
नए बेसिक ₹2,90,112 पर मान लें HRA 27% (मेट्रो), तो HRA ~₹78,330 बनेगा। ट्रांसपोर्ट/स्पेशल/DA को शून्य या न्यून मानते हुए केवल आवश्यक उदाहरण लें: ट्रांसपोर्ट ₹7,200, विशेष भत्ता ₹18,000 प्रतिमाह के समतुल्य वार्षिक अनुपात के आधार पर जोड़ा जा सकता है; पर यहाँ सरलता के लिए केवल HRA+बेसिक मान रहे हैं। तब ग्रॉस (उदाहरण) ≈ बेसिक ₹2,90,112 + HRA ₹78,330 = ₹3,68,442। पुरानी स्थिति में यदि बेसिक ₹1,51,100 था और VA/DA न्यून माना, तो ग्रॉस काफी कम पड़ता था, जिससे टैक्स देनदारी भी कम होती थी। नए ग्रॉस पर एलाउंस स्ट्रक्चर री-बेस होने से वार्षिक CTC बढ़ेगा। ध्यान रखें कि आपके विभाग/पे-लेवल में नाइट ड्यूटी, ओवरटाइम, यूनिफॉर्म/रिस्क/हार्डशिप जैसे कंपोनेंट जोड़ने पर यही ग्रॉस और ऊपर जा सकता है, जिससे टैक्स और NPS दोनों में परिवर्तन होगा।
NPS/कटौतियाँ, टैक्सेबल इनकम और अनुमानित टैक्स
मान लें कर्मचारी NPS (Tier-I) में बेसिक का 10% देता है: 10% of ₹2,90,112 = ₹29,011 (लगभग), जो 80CCD(1) सीमा के भीतर गिना जाएगा। यदि नियोक्ता का NPS 10% अलग से मिलता है, तो वह 80CCD(2) में छूट योग्य हो सकता है (सीमा शर्तों सहित), पर यहाँ सिर्फ कर्मचारी योगदान घटा रहे हैं। मानक कटौती (Standard Deduction) नई रेजीम में ₹50,000 मानते हैं। तब टैक्सेबल = ग्रॉस ₹3,68,442 – स्टैंडर्ड डिडक्शन ₹50,000 – NPS ₹29,011 ≈ ₹2,89,431। नई रेजीम की दरें लागू करने पर, इस स्लैब में आने वाला अनुमानित टैक्स, हेल्थ-एंड-एजुकेशन सेस जोड़कर, लगभग ₹75,012 बैठ सकता है। यह केवल मॉडलिंग है; यदि आप 80C, 80D, HRA-रेंट प्रूफ (पुरानी रेजीम) या होम-लोन इंटरेस्ट (सेक्शन 24) का लाभ लेते हैं, तो वास्तविक टैक्स घट-बढ़ सकता है।
टेक-होम सैलरी पर असर (इन-हैंड अंदाज़ा)
इन-हैंड निकालने के लिए ग्रॉस से टैक्स ₹75,012, कर्मचारी NPS ₹29,011 और प्रोफेशनल टैक्स/अन्य अनिवार्य कटौतियाँ घटाएँ। उदाहरण में केवल ये दो मुख्य कटौतियाँ घटाते हैं: ₹3,68,442 – ₹75,012 – ₹29,011 ≈ ₹2,64,419 वार्षिक (यदि यह गणना वार्षिक स्तर पर है; मासिक समकक्ष हेतु 12 से भाग दें)। यदि आपके संगठन में ग्रुप-इंश्योरेंस, यूनियन फीस, क्लब्ड रिकवरी, एडवांस एडजस्टमेंट या लीव-एन्कैशमेंट समायोजन होता है, तो इन-हैंड और बदल सकता है। साथ ही, यदि नियोक्ता NPS (10%) अलग से जोड़ता है, तो आपकी CTC बढ़ती है पर इन-हैंड समान रह सकता है। बोनस/परफॉर्मेंस-पे और DA-रीस्टोर होने की स्थिति में अगले चक्र में टेक-होम और बेहतर दिखेगा।
अपनी पर्सनल शीट से मिलान कैसे करें (स्टेप-बाय-स्टेप)
1) अपने नवीन बेसिक-पे को पेरोल शीट से कन्फर्म करें। 2) HRA प्रतिशत/सिटी-क्लास (मेट्रो/नॉन-मेट्रो) देखें। 3) ट्रांसपोर्ट/स्पेशल/DA/रिस्क/हार्डशिप/अन्य फिक्स्ड अलाउंस जोड़ें और ग्रॉस निकालें। 4) कर्मचारी NPS, प्रोफेशनल टैक्स, EWF/Association या अन्य अनिवार्य कटौतियाँ नोट करें। 5) नई/पुरानी टैक्स रेजीम का चुनाव करें और उसी के अनुसार मानक कटौती व अन्य छूट लागू करें। 6) सेस जोड़कर कुल टैक्स निकालें और ग्रॉस से घटाएँ। 7) बकाया/एडवांस/रिकवरी समायोजित कर के फाइनल इन-हैंड प्राप्त करें। इस पूरी प्रक्रिया में फॉर्म-16, पेस्लिप, 26AS और AIS का क्रॉस-वेरिफिकेशन रखें ताकि साल के अंत में कोई मिसमैच न रहे।
क्या ₹5,000 पर महीना कितने महीने में ₹1,20,000 हो जाएंगे?
24 महीने में ₹1,20,000 हो जाएंगे।
एक दिन में आपका आयु तीन गुणा हो जाए, तो उसके बाद कुल आयु कितनी होगी?
उत्तर: दो दिन।