Weather Update – देशभर में मौसम का मिजाज एक बार फिर से तेजी से बदल रहा है। मौसम विभाग ने 11 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक कई राज्यों और जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बार की बारिश सामान्य नहीं बल्कि आफत बनकर आने वाली है, क्योंकि कुछ इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इन चार दिनों के भीतर तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। खासकर पहाड़ी और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट पर रहने की सलाह दी गई है। फसलों को भी भारी नुकसान होने की आशंका है।

11 से 14 अक्टूबर तक इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि 11 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मूसलधार बारिश होगी। इन राज्यों में तेज हवाएं, बिजली कड़कने और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। खासकर गंगा के मैदानी क्षेत्रों और पूर्वी भारत के तटीय हिस्सों में भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और सड़कों के टूटने की आशंका है। रेलवे और हवाई सेवाएं भी बाधित हो सकती हैं। इन चार दिनों के लिए सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट मोड पर डाल दिया है और लगातार निगरानी की जा रही है।
इन जिलों में हुआ रेड अलर्ट घोषित – सावधानी जरूरी
मौसम विभाग ने विशेष रूप से उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल, चमोली और हिमाचल प्रदेश के मंडी, कांगड़ा, शिमला जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, बिहार के पटना, दरभंगा, भागलपुर, और झारखंड के रांची, धनबाद, जमशेदपुर सहित कुल 22 जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। इन जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने और जरूरी संसाधनों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
फसलों और जनजीवन पर पड़ेगा गंभीर असर
इस भारी बारिश का असर केवल लोगों के दैनिक जीवन पर ही नहीं, बल्कि किसानों और उनकी फसलों पर भी गहरा पड़ेगा। धान की फसल की कटाई का समय चल रहा है और ऐसे में अगर लगातार बारिश होती है, तो फसलें खेतों में ही खराब हो सकती हैं। सब्जियों और फलों की खेती भी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है, जिससे बाजार में महंगाई बढ़ने की आशंका है। ग्रामीण इलाकों में सड़कें और पुल जलमग्न हो सकते हैं, जिससे लोगों की आवाजाही पूरी तरह रुक सकती है। खासकर स्कूली बच्चों, मरीजों और कामकाजी लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

सरकार की तैयारी और लोगों के लिए सुझाव
सरकार ने इस संभावित आपदा से निपटने के लिए तमाम तैयारियां शुरू कर दी हैं। NDRF और SDRF की टीमें संवेदनशील इलाकों में तैनात की जा रही हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके। लोगों को advised किया गया है कि वे मोबाइल पर मौसम की अपडेट्स पर नजर रखें, जरूरी राशन और दवाइयां पहले से घर में रखें और बच्चों तथा बुजुर्गों का खास ख्याल रखें। साथ ही, नदी और तालाबों के पास जाने से बचें और जहां तक संभव हो, इन चार दिनों तक घर में ही रहें।